
हमने आँखों में बिताई सारी रात
हमे नींद ना आई सारी रात
रोये भी तो किसके आगे रोये
जग हुआ तमाशाई सारी रात
खता क्या हुई समझ ना सके
बात समझ ना आई सारी रात
दर्द आँखों में नीर बहाता चले
तड़प दिल ने जगाई सारी रात
क्या कहे किस्से कहे हम "आना"
मुंह से आवाज़ ना आई सारी रात
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